मोहाली में प्रॉपर्टी टैक्स भरने में लोगों को उठानी पड़ रही दिक्कत
मोहाली में प्रॉपर्टी टैक्स भरने में लोगों को उठानी पड़ रही दिक्कत
आईडी बनाने में लग रहे दस से पंद्रह दिन, इसके मकान के फोटो और नक्शे ने भी उलझाया
मोहाली। वीआईपी जिले में प्रॉपर्टी टैक्स भरना लोगों के लिए मुसीबत बन गया है। लोगों को पंद्रह से बीस दिन इस चक्कर में परेशानी उठानी पड़ रही है। इतना ही नहीं कई लोगों तो समय से प्रॉपर्टी टैक्स भरने में दी जाने वाली छूट से वंचित तक रह गए हैं। लोगों का कहना है कि निगम को ऐसा सिस्टम विकसित करना चहिए, जिससे उन्हें दिक्कत न उठानी पड़े। लोग आसानी से घर बैठे बिजली बिल की तरह टैक्स का भुगतान कर पाएं।
जानकारी के मुताबिक, दो साल कोरोना की वजह से नगर निगम की तरफ से प्रॉपर्टी टैक्स की वसूली के लिए ज्यादा सख्ती नहीं की जा रही थी, लेकिन अब निगम का पूरा फोकस इसकी रिकवरी पर लग गया है। ऐसे में लोगों नोटिस तक भेजे जा रहे हैं परंतु जो लोग तय समय से अपना टैक्स भरवाने जा रहे हैं उन्हें काफी दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं। लोगों की प्रॉपर्टी टैक्स भरने से पहले आईडी बनाई जाती है, लेकिन कई लोगों को आईडी बनाने में दस से पंद्रह दिन लग जाते हैं। इसके अलावा जब व्यक्ति जाता है तो उसे एक ही समय में सारी चीजें ने बताई जाती हैं। बल्कि उसे कहा जाता है कि वह घर का नक्शा लेकर आए। जब नक्शा लेकर वहां पहुंचता है तो उससे घर की फ्रेश फोटो मंगवाई जाती है। ऐसे में एक लोगों को टैक्स भरने के लिए चार से पांच चक्कर निगम के लगाने पड़ रहे हैं। रोजाना कई लोग परेशान हो रहे हैं। इतना ही नहीं जिन लोगों ने इलाके में घर बनाए हुए हैं। साथ ही खुद बाहर रहते हैं। उनके लिए स्थिति और भी खराब हो जाती है।
प्रॉपर्टी टैक्स भरने की राह नहीं आसान
फेज-पांच निवासी दीपक चौधरी का कहना है कि मोहाली में प्रॉपर्टी टैक्स भरने की राह आसान नहीं है। लोगों को टैक्स भरने के लिए धक्के खाने पड़ रहे है। काउंटर पर स्पेशल तरीके से सारे नियम व शर्ते साफ शब्दों मेें लिखनी चाहिए ताकि लोगों को दिक्कत न उठानी पड़ी।पुलिस समेत कई सरकारी दफ्तर दबाएं बैठे हैं प्रॉपर्टी टैक्समोहाली नगर निगम के टैक्स डिफॉल्टरों की सूची में पंजाब पुलिस का नाम सबसे आगे है। करीब एक करोड़ रुपये प्रॉपर्टी टेक्स का बनता है, लेकिन अभी तक नहीं चुकाया गया है। नगर निगम और पुलिस में कई बार पत्राचार तक हो चुका है। हर बार जवाब मिलता है कि अगले साल इस संबंधी बजट में प्रावधान करवाया जाएगा। लेकिन यह चीज हकीकत नहीं बन पा रही है। इसके अलावा कुछ अन्य सरकारी विभाग है। अब निगम जल्दी ही सबकी सूची तैयार कर आगे की कार्रवाई करेगा।२८ करोड़ का है प्रॉपर्टी टैक्स का लक्ष्यनिगम को सबसे ज्यादा आमदन प्रॉपर्टी टैक्स से होती है। जबकि इस पैसे का प्रयोग शहर के विकास कार्य के लिए किया जाता है। अब तक १८ करोड़ के करीब प्रॉपर्टी टैक्स की वसूली हो चुकी है। निगम अधिकारियों को उम्मीद है कि जल्दी ही रहता प्रॉपर्टी टैक्स भी वसूल लिया जाएगा।
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समस्या को किया ज रहा है दूर
.इस बार सॉफ्टवेयर बदला गया। पंजाब ने नया सॉफ्टवेयर तैयार किया है। एक बार आईडी बन जाएगी तो लोगों को आगे से दिक्कत नहीं आएगी। हालांकि किसी भी तरह की किसी को दिक्कत आती है तो उनसे या मेयर से संपर्क कर सकते हैं। लोगों को परेशानी नहीं आने दी जाएगी।
कुलजीत सिंह बेदी, डिप्टी मेयर, नगर निगम